संगीतमय अष्टादश महापुराण कथा का खाम्हीडोल में आयोजन
यज्ञ का लक्ष्य सभी का कल्याण है : पं. हरिओम शास्त्री
शहडोल। ग्राम खाम्हीडोल स्थित श्री हनुमान मंदिर में आयोजित संगीतमय अष्टादश महापुराण ज्ञान यज्ञ का पुण्य लाभ नित्य क्षेत्रीय जन अर्जित कर रहे हैं,और प्रेरणादायी कथा का स्वर्णिम लाभ अर्जित कर अपना जीवन सौभाग्यमय बना रहे हैं।अष्टादश महापुराण ज्ञान यज्ञ के अवसर पर कथावाचक पं. हरिओम शास्त्री प्रेरणादायी कथा का श्रवण श्रद्धालु धर्म प्रेमियों को करा रहे हैं।
दण्डी महाराज दिलीप जी के मार्गदर्शन में ग्राम – खाम्हीडोल में संगीतमय अष्टादश महापुराण ज्ञान-यज्ञ का लाभ क्षेत्रीय नागरिकों को याज्ञिक अवसर पर इन दिनों मिल रहा है।
इस पावन अवसर पर यज्ञशाला का परिक्रमा कर श्रद्धालु जन पुण्य लाभ प्राप्त कर रहे हैं वहीं अठारह पुराणों का वाचन एवं पाठ वैदिक आचार्यों द्वारा किया जा रहा है,तथा यज्ञ मंडप में यजमानों के द्वारा वैदिक मंत्रोचार के मध्य पुरोहितों द्वारा पूजन अर्चन करायी जा रही है।
संगीतमय अष्टादश महापुराण के पुण्य अवसर पर पं हरिओम शास्त्री जी महाराज ने प्रेरणादायी कथा का श्रवण धर्म प्रेमियों को कराते हुये कहाकि – यज्ञ का लक्ष्य सभी जीव जाति के कल्याण की ओर है,इस पवित्र आयोजन में ईश्वर के प्रति आस्था व विश्वास के साथ सभी भेदभाव व मतभेदों से मानव समाज को विश्राम मिलता है, यह ज्ञान यज्ञ में अठारह पुराणों के वाचन व पाठ यही लक्ष्य व संदेश है।
पं. हरिओम शास्त्री ने कहाकि – हमारे विचार कर्म, भक्ति व ज्ञान में सभी के कल्याण के लिये जीवनशैली व व्यवहार पारदर्शिता के साथ हो,मोह व अज्ञानता का विनाश हो,नियंत्रण हो,दया के भाव किसी आसक्ति के साथ ना हो, व्यापक हो,इसी का अभ्यास अठारह पुराणों में कराते हुये ईश्वर के प्रति श्रद्धा व विश्वास के संस्कार को आने वाली पीढ़ी में संस्कार देना है।
अष्टादश महापुराण ज्ञान-यज्ञ के अवसर पर – मानव कल्याण आश्रम गीताधाम कटकोना के गीतानुरागी श्रीकांत शर्मा, धर्मानुरागी – गणेश शर्मा (बाबूजी), पूर्व सांसद प्रतिनिध मोहन नामदेव, सांसद प्रतिनिधि अर्जुन सोनी, गीता प्रवक्ता निरंजन पटेल कथा अवसर पर पधारे और कथा का श्रवण किये।